हर किसी का अपने घर में एक पसंदीदा स्थान होता है, जो दिल के बेहद करीब होता है. ये लिविंग रूम हो सकता है, जहां आप अपने परिवार के साथ बिताए गए पलों की यादें संजोते हैं, या फिर वो आरामदायक कोना, जहां आप अपनी किताबों से बातें करते हैं, या फिर हरा-भरा बगीचा, जहां अपने भाई-बहन से तकरार के बाद उन्हें खोजते हैं या खुद छिप जाते हैं. विंटेज अपार्टमेंट से लेकर लंबे-चौड़े बंगलों के, हम आपके लिए लेकर आएं हैं कुछ घर मालिकों के पसंदीदा स्थान.

क्लासी फाउंटेन

शहर के शोर-शराबे से दूर, नासिक के आशुतोष दीक्षित हमेशा से एक शांत घर चाहते थे. उन्होंने अपने हरे-भरे बगीचे के बीच में एक बेहतरीन फाउंटेन लगाया है. शोर-शराबे से दूर यह उनका शांत घर है.

आकर्षक गार्डन बालकनी

सुबह की कॉफी के साथ बालकनी में खड़े होकर, धूप में बैठकर और प्रकृति से रूबरू होना; यह ऐसी ही एक सुबह थी जिसके सपने पूजा माहेश्वरी ने देखे थे. जिस दिन उन्होंने नासिक में अपना घर खरीदा था, उस घर में केवल एक चीज़ की कमी थी- सुंदर से बगीचे की. उन्होंने आर्टिफिशियल लॉन, पौधे और पत्थरों से अपनी बालकनी को बदल दिया. अब उनकी सुबह पूरी तरह से परफेक्ट है.

एंटीक रस्टिक प्रवेश द्वार

साउथ दिल्ली की गीतिका वैश के घर में प्रवेश करते समय दरवाजों को देखकर आपके जहन में तुरंत जयपुर की झलक आने लगती है, जो कि उनका होमटाउन है. नीले रंग की पाटरी टाइल्स और लोहे की ग्रिल गुलाबी शहर के दरवाजे की छाप दिखती है. यहां उनके रीगल स्पेस की एक झलक मिलती है.

वॉल ऑफ फेम

सिनेमा के प्रति त्रिपथ छत्रपति के जुनून की झलक अहमदाबाद में उनके घर के थिएटर रूम में देखी जा सकती है. अपने जुनून के प्रति ईमानदार होने के लिए वह ध्यान रखते हैं कि रील लाइफ उनके घर की दीवारों पर रियल लाइफ में तब्दील हो जाए. सिनेमा के पोस्टर से लेकर न्यूज़ पेपर आर्ट तक, इस बात का अंदाजा लगाना कोई खास बात नहीं है कि अपने घर में यह उनका पसंदीदा स्थान है.

हरा-भरा घर

यह खूबसूरत होम गार्डन नागपुर में ऑगस्टीन टीटू का निवास है. प्रकृति प्रेमी होने के कारण, अपने घर में इस स्वर्ग को उन्होंने खुद अपने हाथों से बनाया है. पहला बीज बोने से लेकर एक सुंदर बगीचे को खिलते हुए देखना, बेहद सुकून प्रदान देने वाला अनुभव था.