हमारे लोन एक्सपर्ट से कॉल प्राप्त करने के लिए कृपया अपना विवरण शेयर करें!
एच डी एफ सी बैंक आपकी होम लोन पात्रता को मुख्य रूप से आपकी आय और पुनर्भुगतान क्षमता के आधार पर निर्धारित करेगा. अन्य महत्वपूर्ण कारकों में आपकी आयु, शैक्षिक योग्यता, आश्रितों की संख्या, आपके पति/पत्नी की आय (अगर हो), एसेट्स और दायित्व, बचत का इतिहास और पेशा/व्यवसाय की स्थिरता और निरंतरता शामिल हैं.
EMI, 'इक्वेटेड मंथली इंस्टॉलमेंट' को कहा जाता है, यह वह राशि है जिसका भुगतान आप हमें हर महीने एक विशिष्ट तिथि को करेंगे, जब तक कि आपके पूरे लोन का भुगतान नहीं हो जाता है. EMI में मूलधन और ब्याज शामिल होते हैं, जो इस तरह से व्यवस्थित किए जाते हैं कि आपके लोन के शुरुआती वर्षों में, ब्याज का हिस्सा मूलधन से अधिक होता है, जबकि लोन की आधी अवधि बीत जाने के बाद मूलधन का हिस्सा ब्याज से काफी अधिक हो जाता है.
‘खुद के योगदान का मतलब है प्रॉपर्टी की कुल लागत में से एच डी एफ सी बैंक के होम लोन को घटाने के बाद प्राप्त राशि.
आपकी सुविधा के लिए, एच डी एफ सी बैंक हाउस लोन के पुनर्भुगतान के लिए विभिन्न माध्यम प्रदान करता है. आप ECS (इलेक्ट्रॉनिक क्लियरिंग सिस्टम) के माध्यम से किश्त चुकाने के लिए अपने बैंकर को स्टैंडिंग इंस्ट्रक्शन जारी कर सकते हैं, नियोक्ता द्वारा मासिक किश्तों की कटौती करने का विकल्प चुन सकते हैं या अपने सैलरी अकाउंट से पोस्ट-डेटेड चेक जारी कर सकते हैं.
अगर आप कोई प्रॉपर्टी खरीदने या उसका निर्माण करने का फैसला कर लें, तो आप किसी भी समय होम लोन के लिए अप्लाई कर सकते हैं, चाहे आपने प्रॉपर्टी का चयन या निर्माण कार्य शुरू न भी किया हो.
मार्किट वैल्यू का मतलब वह राशि, जो मार्किट की मौजूदा स्थितियों के हिसाब से, प्रॉपर्टी को बेचने पर प्राप्त होने की उम्मीद है.
आप हमारे नज़दीकी ऑफिस से एप्लीकेशन फॉर्म ले सकते हैं या इसे हमारी वेबसाइट से डाउनलोड कर सकते हैं और इसे अन्य सहायक डॉक्यूमेंट व प्रोसेसिंग फीस के चेक के साथ अपने आस-पास स्थित एच डी एफ सी बैंक के किसी भी ऑफिस में जाकर जमा कर सकते हैं. वैकल्पिक रूप से, आप हमारी वेबसाइट पर 'इंस्टेंट होम लोन' पर क्लिक करके कहीं से भी होम लोन के लिए ऑनलाइन अप्लाई कर सकते हैं और अपनी होम लोन पात्रता भी तुरंत जान सकते हैं.
हां. आप इनकम टैक्स एक्ट, 1961 के तहत, आप अपने होम लोन के मूलधन और ब्याज पर टैक्स लाभ प्राप्त पर सकते हैं. चूंकि लाभ हर वर्ष बदल सकते हैं, यह जानने के लिए कि आप अपने लोन पर कैसे टैक्स लाभ प्राप्त कर सकते हैं, कृपया हमारे लोन काउंसलर के साथ बात करें.
लोन की सिक्योरिटी, आमतौर पर फाइनेंस की जाने वाली प्रॉपर्टी और/या एच डी एफ सी द्वारा मांगे जा सकने वाले अन्य कोलैटरल/अंतरिम सिक्योरिटी होगी.
आपके लिए यह सुनिश्चित करना अत्यंत महत्वपूर्ण है कि प्रॉपर्टी का अधिकार स्पष्ट हो, वह बेचने योग्य हो और किसी भी प्रकार के लोन से मुक्त हो. कोई भी मौजूदा बंधन, लोन या मुकदमा नहीं होना चाहिए, जो प्रॉपर्टी के अधिकार पर प्रतिकूल प्रभाव डालता हो.
जिस महीने आपको पूरा लोन डिस्बर्स हो जाता है, उसके अगले महीने से मूलधन का रीपेमेंट शुरू होता है. जब तक अंतिम डिस्बर्समेंट बाकी रहता हो, आप लोन के डिस्बर्स हो चुके हिस्से पर ब्याज का भुगतान करते हैं. इस ब्याज को प्री-EMI इंटरेस्ट कहा जाता है. हर डिस्बर्समेंट की तारीख से EMI शुरू होने की तारीख तक, प्री-EMI इंटरेस्ट हर महीने देना होता है.
निर्माणाधीन प्रॉपर्टी के मामले में, एच डी एफ सी बैंक आपको एक विशिष्ट 'ट्रांचिंग' सुविधा भी प्रदान करता है, जिसमें आप प्रॉपर्टी का कब्जा प्राप्त होने तक अपने द्वारा भुगतान की जाने वाली किस्तों को चुन सकते हैं. लोन के भुगतान के लिए आप ब्याज से अधिक जो भी पैसा चुकाते हैं, वह मूलधन में जाता है. इससे आपको अपना लोन जल्दी चुकाने में मदद मिलती है. यह विशेष रूप से तब काम आता है जब आपके डिस्बर्समेंट लंबे समय तक चलने की संभावना होती है.
प्राॅपर्टी के ट्रांज़ैक्शन में 'एग्रीमेंट टू सेल' खरीदार और विक्रेता के बीच स्टाम्प पेपर पर लिखित में किया गया वह समझौता होता है, जो कानूनी रूप से मान्य होता है इस पर प्राॅपर्टी की सभी जानकारी जैसे क्षेत्र, कब्जे की तिथि और कीमत आदि उल्लिखित होती है.
कई भारतीय राज्यों में, बेचने के लिए किए एग्रीमेंट को कानून द्वारा रजिस्टर करना आवश्यक है. हमारा सुझाव है कि आपको इंडियन रजिस्ट्रेशन एक्ट, 1908 के तहत राज्य सरकार द्वारा नियुक्त सब-रजिस्ट्रार के ऑफिस में एग्रीमेंट की तिथि के चार महीने के भीतर एग्रीमेंट को रजिस्टर करवाना चाहिए.
किसी प्रॉपर्टी पर भार होने का मतलब है उस प्रॉपर्टी पर कोई कर्ज़, जैसे कि न चुकाए गए लोन और बिल, की वजह से क्लेम या शुल्क का होना. यह महत्वपूर्ण है कि आप अपने लिए घर की खोज करते हुए उस प्रॉपर्टी को देखें, जो हर प्रकार के भार से मुक्त हो.
निर्माणाधीन प्रॉपर्टी का मतलब कोई ऐसा घर, जिसका निर्माण कार्य चल रहा है और खरीदार को उसका पज़ेशन भविष्य की किसी तिथि को दिया जाएगा.
प्रॉपर्टी का तकनीकी रूप से मूल्यांकन हो जाने पर, कानूनी डॉक्यूमेंटेशन प्रक्रिया पूरी होने और आपके द्वारा पूरा ओन कॉन्ट्रीब्यूशन इन्वेस्ट करने के बाद आप लोन का डिस्बर्समेंट प्राप्त कर सकते हैं आप हमारे किसी भी ऑफिस में जाकर या फिर ‘मौजूदा कस्टमर के लिए ऑनलाइन एक्सेस’ विकल्प के माध्यम से लॉग-इन करके अपने लोन के डिस्बर्समेंट का अनुरोध कर सकते हैं.
डिस्बर्समेंट के लिए आपका अनुरोध प्राप्त करने के बाद, हम लोन को पूर्ण रूप से या किस्तों में डिस्बर्स करेंगे, जो आमतौर पर तीन से अधिक नहीं होती. निर्माणाधीन प्रॉपर्टी के मामले में, हम आपके लोन को निर्माण की प्रगति के आधार पर किस्तों में डिस्बर्स करेंगे, इसका आकलन हमारे द्वारा किया जाएगा और जरूरी नहीं कि वह डेवलपर के एग्रीमेंट के अनुसार हो. आपके हित में आपको यह सलाह दी जाती है कि आप डेवलपर के साथ एक ऐसा एग्रीमेंट करें जिसमें भुगतान, निर्माण कार्य के अनुसार हो, न कि समय के आधार पर पहले से ही निश्चित हो.
हां, आपको यह सुनिश्चित करना होगा कि लोन की लंबित अवधि के दौरान आपकी प्रॉपर्टी का विधिवत रूप से आग और अन्य संभावित खतरों के लिए इंश्योरेंस करवाया गया हो. आपको प्रत्येक वर्ष और/या जब भी कहा जाए, एच डी एफ सी बैंक के समक्ष इसका प्रमाण भी प्रस्तुत करना होगा. इस इंश्योरेंस पॉलिसी का लाभार्थी एच डी एफ सी बैंक को होना चाहिए.
इनकम टैक्स एक्ट, 1961, के अध्याय XX C के संदर्भ में, एक खास कीमत से अधिक कीमत की अचल प्रॉपर्टी को खरीदने का प्रथम अधिकार केंद्र सरकार के पास है. इसलिए इस अध्याय के अंतर्गत आने वाली किसी भी ट्रांजैक्शन को केवल अध्याय में दी गई मांगों का अनुपालन करने के बाद ही किया जा सकता है.
किसी अन्य बैंक/फाइनेंशियल संस्थान से लिए गए होम लोन की बकाया राशि को एच डी एफ सी बैंक में ट्रांसफर करना बैलेंस ट्रांसफर लोन के रूप में जाना जाता है.
कोई भी उधारकर्ता, जिसने किसी अन्य बैंक/HFI से होम लोन ले रखा है, और 12 महीने तक नियमित भुगतान किया है, एच डी एफ सी बैंक से बैलेंस ट्रांसफर लोन ले सकता है.
एच डी एफ सी बैंक के टेलीस्कोपिक रीपेमेंट विकल्प के तहत कस्टमर अधिकतम 30 वर्ष या रिटायरमेंट की आयु तक की अवधि के लिए लोन ले सकता है.
बैलेंस ट्रांसफर लोन की ब्याज दर, होम लोन की ब्याज दर से अलग नहीं होती है.
बैलेंस ट्रांसफर लोन के लिए, आप डॉक्यूमेंट, शुल्क व प्रभार की सूची https://www.hdfc.com/checklist#documents-charges पर देख सकते हैं
हां, निर्माणाधीन प्रॉपर्टी खरीदने वाले कस्टमर एच डी एफ सी बैंक से बैलेंस ट्रांसफर लोन का लाभ उठा सकते हैं.
यह लोन घर को रेनोवेट करने (स्ट्रक्चर/कारपेट एरिया से छेड़छाड़ किए बिना), जैसे टाइल लगवाने, फर्श बनवाने, अंदर/बाहर के हिस्से का प्लास्टर और पेंटिंग करवाने आदि के लिए दिया जाता है.
कोई भी व्यक्ति, जो अपने अपार्टमेंट/फ्लोर/रो हाउस की मरम्मत कराना चाहता है. मौजूदा होम लोन कस्टमर्स भी हाउस रेनोवेशन लोन के लिए अप्लाई कर सकते हैं.
आप अधिकतम 15 वर्ष की अवधि या रिटायरमेंट की आयु तक (दोनों में से जो भी कम हो) के लिए हाउस रेनोवेशन लोन ले सकते हैं.
हाउस रेनोवेशन लोन की ब्याज दरें, होम लोन की ब्याज दरों से अलग नहीं होती हैं.
हाउस रेनोवेशन लोन से केवल अचल फर्नीचर और फिक्स्चर ही खरीदे जा सकते हैं
हां. इनकम टैक्स एक्ट, 1961 के तहत, आप अपने हाउस रेनोवेशन लोन के मूलधन पर टैक्स लाभ प्राप्त पर सकते हैं. क्योंकि लाभ हर वर्ष बदल रहते हैं, इसलिए आप अपने लोन पर टैक्स लाभ कैसे प्राप्त करें यह जानने के लिए हमारे लोन काउंसलर से बातचीत कर सकते हैं.
लोन की सिक्योरिटी, आमतौर पर फाइनेंस की जाने वाली प्रॉपर्टी और/या एच डी एफ सी द्वारा मांगे जा सकने वाले अन्य कोलैटरल/अंतरिम सिक्योरिटी होगी.
प्रॉपर्टी का तकनीकी रूप से मूल्यांकन हो जाने पर, कानूनी डॉक्यूमेंटेशन प्रक्रिया पूरी होने और आपके द्वारा पूरा ओन कॉन्ट्रीब्यूशन इन्वेस्ट करने के बाद आप लोन का डिस्बर्समेंट प्राप्त कर सकते हैं.
एच डी एफ सी बैंक के मूल्यांकन के अनुसार, हम निर्माण/ रेनोवेशन की प्रगति के आधार पर आपके लोन को किस्तों में डिस्बर्स करेंगे.
आप आवश्यक डॉक्यूमेंट की सूची और लागू शुल्क व प्रभार की जानकारी https://www.hdfc.com/checklist#documents-charges पर देख सकते हैं
यह लोन अपने घर को बढ़ाने या उसमें रहने की जगह जोड़ने, जैसे अतिरिक्त कमरे या फ्लोर आदि बनाने के लिए है.
कोई भी व्यक्ति, जो अपने मौजूदा अपार्टमेंट/फ्लोर/रो-हाउस में स्पेस या जगह बढ़ाना चाहता है, एच डी एफ सी बैंक से होम एक्सटेंशन लोन का लाभ उठा सकता है. मौजूदा होम लोन कस्टमर भी होम एक्सटेंशन लोन का लाभ उठा सकते हैं.
आप अधिकतम 20 वर्ष की अवधि या रिटायरमेंट की आयु तक (दोनों में से जो भी कम हो) के लिए होम एक्सटेंशन लोन ले सकते हैं.
होम एक्सटेंशन लोन की ब्याज दर, होम लोन की ब्याज दर से अलग नहीं होती है.
हां. इनकम टैक्स एक्ट, 1961 के तहत, आप अपने होम एक्सटेंशन लोन के मूलधन और ब्याज पर टैक्स लाभ प्राप्त पर सकते हैं. चूंकि लाभ हर वर्ष बदल सकते हैं, इसलिए यह जानने के लिए कि आप अपने लोन पर टैक्स लाभ कैसे प्राप्त कर सकते हैं, हमारे लोन काउंसलर से बात करें.
लोन की सिक्योरिटी, आमतौर पर फाइनेंस की जाने वाली प्रॉपर्टी और/या एच डी एफ सी द्वारा मांगे जा सकने वाले अन्य कोलैटरल/अंतरिम सिक्योरिटी होगी.
एच डी एफ सी बैंक के मूल्यांकन के अनुसार, हम निर्माण/ रेनोवेशन की प्रगति के आधार पर आपके होम एक्सटेंशन लोन को किस्तों में डिस्बर्स करेंगे.
आप आवश्यक डॉक्यूमेंट की सूची और लागू शुल्क व प्रभार की जानकारी https://www.hdfc.com/checklist#documents-charges पर देख सकते हैं
टॉप-अप लोन का लाभ पर्सनल और प्रोफेशनल दोनों तरह की जरूरतों (कल्पित उद्देश्यों के अलावा) जैसे शादी, बच्चों की पढ़ाई, बिज़नेस एक्सपेंशन, अन्य लोन चुकाने आदि के लिए उठाया जा सकता है.
होम लोन, होम इम्प्रूवमेंट लोन या होम एक्सटेंशन लोन वाले सभी मौजूदा कस्टमर, टॉप-अप लोन के लिए अप्लाई कर सकते हैं. हमारे बैलेंस ट्रांसफर लोन लेने वाले नए कस्टमर भी एच डी एफ सी बैंक से अतिरिक्त रूप से टॉप अप लोन ले सकते हैं. आप अपने मौजूदा होम लोन के अंतिम डिस्बर्समेंट के 12 महीनों बाद और फाइनेंस की गई प्रॉपर्टी के पूरा होने/ उस पर कब्ज़ा लेने के बाद टॉप अप लोन के लिए अप्लाई कर सकते हैं.
आपके सभी होम लोन को मिलाकर स्वीकृति की गई राशि या ₹50 लाख, जो भी कम हो, आप उतनी राशि तक का टॉप अप लोन ले सकते हैं. इसके अलावा, ₹75 लाख तक के संचयी जोखिम के लिए संचयी बकाया लोन और प्रदान किए जा रहे टॉप अप लोन की कुल राशि 80% की अधिकतम सीमा से अधिक नहीं होनी चाहिए और अगर संचयी जोखिम, एच डी एफ सी बैंक के मूल्यांकन के अनुसार गिरवी रखी गई प्रॉपर्टी की मार्केट वैल्यू के ₹75 लाख से अधिक है, तो 75% से अधिक नहीं होनी चाहिए.
यह एक लोन है, जो पूरी तरह से निर्मित, फ्रीहोल्ड रेजिडेंशियल और कमर्शियल प्रॉपर्टी पर निम्नलिखित उद्देश्यों के लिए दिया जाता है: विवाह, मेडिकल खर्च और बच्चों की शिक्षा आदि जैसी पर्सनल और बिज़नेस संबंधी आवश्यकताएं (कल्पित उद्देश्यों के अतिरिक्त). किसी अन्य बैंक और फाइनेंशियल संस्थान से प्रॉपर्टी पर लिए गए मौजूदा लोन (LAP) को भी एच डी एफ सी बैंक में ट्रांसफर किया जा सकता है.
मौजूदा कस्टमर के लिए, सभी मौजूदा लोन पर बकाया मूलधन और प्रॉपर्टी पर लिए जा रहे नए लोन को मिलाकर लोन की कुल राशि संचयी रूप से, गिरवी रखी गई प्रॉपर्टी के लिए एच डी एफ सी बैंक द्वारा आंकी गई मार्केट वैल्यू के 60% से अधिक नहीं होनी चाहिए. नए कस्टमर के लिए, प्रॉपर्टी पर लिए जा रहे लोन की राशि आमतौर पर प्रॉपर्टी के लिए एच डी एफ सी बैंक द्वारा आंकी गई मार्केट वैल्यू के 50% से अधिक नहीं होनी चाहिए.
लोन अगेंस्ट प्रॉपर्टी (LAP) वेतनभोगी व स्व-व्यवसायी दोनों तरह के लोगों द्वारा विवाह, बच्चों की पढ़ाई, बिज़नेस बढ़ाने, अन्य लोन चुकाने जैसी पसर्नल और बिज़नेस आवश्यकताओं (कल्पित उद्देश्यों के अतिरिक्त) के लिए लिया जा सकता है.
आप अधिकतम 15 वर्ष या रिटायरमेंट की आयु तक (दोनों में से जो भी कम हो), प्रॉपर्टी पर लोन का लाभ उठा सकते हैं.
लोन की सिक्योरिटी, आमतौर पर फाइनेंस की जाने वाली प्रॉपर्टी और/या एच डी एफ सी द्वारा मांगे जा सकने वाले अन्य कोलैटरल/अंतरिम सिक्योरिटी होगी.
हां, पूरी तरह से निर्मित और फ्रीहोल्ड कमर्शियल लोन अगेंस्ट प्रॉपर्टी (LAP) लिया जा सकता है .
आप आवश्यक डॉक्यूमेंट की सूची और लागू शुल्क व प्रभार की जानकारी https://www.hdfc.com/checklist#documents-charges पर देख सकते हैं
यह लोन नए या मौजूदा ऑफिस या क्लीनिक की खरीद और ऑफिस या क्लीनिक के विस्तार, सुधार या निर्माण के लिए है. किसी भी अन्य बैंक/फाइनेंशियल संस्थान से लिए गए मौजूदा कमर्शियल प्रॉपर्टी लोन को भी एच डी एफ सी बैंक में ट्रांसफर किया जा सकता है.
स्व-व्यवसायी व्यक्ति जैसे डॉक्टर, वकील, चार्टर्ड अकाउंटेंट और बिज़नेस के मालिक ऑफिस या क्लीनिक की खरीद के लिए कमर्शियल प्रॉपर्टी लोन ले सकते हैं.
आप अधिकतम 15 वर्ष की अवधि के लिए या रिटायरमेंट की आयु तक (दोनों में से जो भी कम हो), कमर्शियल प्रॉपर्टी लोन का लाभ उठा सकते हैं.
आप आवश्यक डॉक्यूमेंट की सूची और लागू शुल्क व प्रभार की जानकारी https://www.hdfc.com/checklist#documents-charges पर देख सकते हैं
यह लोन नए या मौजूदा कमर्शियल प्लॉट की खरीद के लिए प्रदान किया जाता है. किसी अन्य बैंक/फाइनेंशियल संस्थान से लिए गए मौजूदा कमर्शियल प्रॉपर्टी लोन (प्लॉट) को भी एच डी एफ सी बैंक में ट्रांसफर किया जा सकता है.
स्व-व्यवसायी व्यक्ति जैसे डॉक्टर, वकील, चार्टर्ड अकाउंटेंट और बिज़नेस के मालिक ऑफिस या क्लीनिक बनाने के लिए कमर्शियल प्रॉपर्टी लोन (प्लॉट) ले सकते हैं.
आप अधिकतम 15 वर्ष की अवधि के लिए या रिटायरमेंट की आयु तक (दोनों में से जो भी कम हो), कमर्शियल प्रॉपर्टी लोन का लाभ उठा सकते हैं.
आप आवश्यक डॉक्यूमेंट की सूची और लागू शुल्क व प्रभार की जानकारी https://www.hdfc.com/checklist#documents-charges पर देख सकते हैं
हां, महिलाओं के लिए होम लोन पर लागू ब्याज दर अन्य लोगों की तुलना में कम होती है. होम लोन पर लागू ब्याज दर में छूट प्राप्त करने के लिए, जिस प्रॉपर्टी के लिए लोन लेना है, महिला को उस प्रॉपर्टी का मालिक/सह-मालिक होना होगा और साथ ही एच डी एफ सी बैंक से लिए जा रहे होम लोन में एप्लीकेंट/को-एप्लीकेंट भी होना होगा.
आमतौर पर भारत में हाउसिंग फाइनेंस संस्थानों द्वारा होम लोन के प्रकार के रूप में निम्न प्रोडक्ट प्रदान किए जाते हैं:
ये लोन निम्न उद्देश्यों से लिए जाते हैं:
1 अप्रूव्ड प्रोजेक्ट में प्राइवेट डेवलपर से फ्लैट, रो हाउस, बंगले की खरीद की खरीद के लिए;
2.भारत में DDA, MHADA जैसे डेवलपमेंट अथॉरिटी के साथ-साथ मौजूदा को-ऑपरेटिव हाउसिंग सोसाइटी या अपार्टमेंट ओनर एसोसिएशन या डेवलपमेंट अथॉरिटी सेटलमेंट में प्रॉपर्टी खरीदने के लिए या निजी तौर बने हुए घर के लिए लोन;
3.फ्रीहोल्ड / लीज होल्ड प्लॉट पर या विकास प्राधिकरण द्वारा आवंटित भूखंड पर निर्माण के लिए लोन
डायरेक्ट अलॉटमेंट या सेकंड सेल ट्रांज़ैक्शन के माध्यम से प्लॉट की खरीद के लिए प्लॉट परचेज़ लोन लिया जा सकता है, इसके साथ ही दूसरे बैंक/फाइनेंशियल इंस्टिट्यूशन से लिए गए मौजूदा प्लॉट परचेज़ लोन को ट्रांसफर भी किया जा सकता है.
जब आप किसी अन्य बैंक/ फाइनेंशियल संस्थान से लिए गए अपने होम लोन को एच डी एफ सी बैंक में ट्रांसफर करते हैं, तो इसे बैलेंस ट्रांसफर लोन कहा जाता है.
हाउस रेनोवेशन लोन टाइलिंग, फ्लोरिंग, इंटरनल/एक्सटर्नल प्लास्टर और पेंटिंग आदि जैसे कई तरीकों से आपके घर को रिनोवेट करने (स्ट्रक्चर/कार्पेट एरिया में बदलाव किए बिना) के लिए दिया जाने वाला लोन है.
यह लोन अपने घर का विस्तार करने या उसमें रहने की जगह जोड़ने, जैसे अतिरिक्त कमरे या फ्लोर आदि बनाने के लिए है.
होम लोन पर लागू शुल्क की पूरी सूची देखने के लिए, कृपया https://www.hdfc.com/checklist#documents-charges पर जाएं
हां, आप अपने होम लोन में को-एप्लीकेंट के रूप में अपने पति या पत्नी को जोड़ सकते हैं. आपकी होम लोन पात्रता का निर्धारण करते समय आपके पति/पत्नी की आय पर भी विचार किया जा सकता है, बशर्ते आपके पास एच डी एफ सी बैंक द्वारा मांगे गए आय संबंधी डॉक्यूमेंट उपलब्ध हों.
आप प्री-अप्रूव्ड होम लोन के लिए अप्लाई कर सकते हैं, जो आपकी इनकम, क्रेडिट योग्यता और फाइनेंशियल पोजीशन के आधार पर लोन के लिए इन-प्रिंसिपल अप्रूवल है. आमतौर पर, प्रॉपर्टी को चुनने से पहले प्री-अप्रूव्ड लोन लिए जाते हैं और ये लोन की मंजूरी की तिथि से लेकर 6 महीने तक की अवधि के लिए मान्य होते हैं.
होम लोन के लिए को-एप्लीकेंट होना अनिवार्य नहीं है. हालांकि जिस प्रॉपर्टी के लिए होम लोन लिया जाना है, अगर उसका स्वामित्व संयुक्त रूप से है, तो उस प्रॉपर्टी के सभी सह-मालिकों को होम लोन में को-एप्लीकेंट होना होगा. आमतौर पर को-एप्लीकेंट परिवार के करीबी सदस्य होते हैं.
हां, एच डी एफ सी बैंक अपने मौजूदा कस्टमर को उनके प्रोविज़नल ब्याज सर्टिफिकेट डाउनलोड करने की सुविधा प्रदान करता है. मौजूदा कस्टमर अपने प्रोविज़नल ब्याज सर्टिफिकेट डाउनलोड करने के लिए https://portal.hdfc.com/login/ पर 'ऑनलाइन एक्सेस मॉड्यूल' में लॉग-इन कर सकते हैं.
आप फाइनल फाइनेंशियल वर्ष का अपना अंतिम ब्याज सर्टिफिकेट डाउनलोड करने के लिए https://portal.hdfc.com/login पर 'ऑनलाइन एक्सेस मॉड्यूल' में लॉग-इन कर सकते हैं.
एच डी एफ सी बैंक, निर्माणाधीन प्रॉपर्टी के लिए निर्माण की प्रगति के आधार पर किस्तों में लोन डिस्बर्स करता है. डिस्बर्स की गई हर किस्त को 'पार्ट' या 'सब्सिक्वेंट' डिस्बर्समेंट कहा जाता है.
आप 4 तेज़ और आसान चरणों में एच डी एफ सी बैंक के होम लोन का ऑनलाइन लाभ उठा सकते हैं:
1. साइन-अप/रजिस्टर करें
2. होम लोन एप्लीकेशन फॉर्म भरें
3. डॉक्यूमेंट अपलोड करें
4. प्रोसेसिंग शुल्क का भुगतान करें
5. लोन अप्रूवल प्राप्त करें
आप होम लोन के लिए ऑनलाइन भी अप्लाई कर सकते हैं. अभी अप्लाई करने के लिए https://portal.hdfc.com/ पर जाएं!.
EMI की शुरुआत, लोन के डिस्बर्समेंट के महीने के बाद के महीने से शुरू होती है. निर्माणाधीन प्रॉपर्टी के लिए लोन की EMI आमतौर पर पूरा होम लोन डिस्बर्स होने के बाद शुरू होती है, लेकिन कस्टमर अपने पहले डिस्बर्समेंट का लाभ लेने के समय से भी EMI देने की शुरुआत कर सकते हैं और हर डिस्बर्समेंट के अनुसार, उसी अनुपात में EMI बढ़ती जाएगी. रीसेल वाले मामले में, लोन की पूरी राशि एक बार में डिस्बर्समेंट होती है और EMI डिस्बर्समेंट के महीने के बाद के महीने से शुरू होती है.
आपको लोन की राशि के आधार पर प्रॉपर्टी की कुल लागत का 10-25% 'ओन कॉन्ट्रिब्यूशन' के रूप में भुगतान करना होता है. प्रॉपर्टी की लागत का 75 से 90% होम लोन के रूप में लिया जा सकता है. कंस्ट्रक्शन, होम इम्प्रूवमेंट और होम एक्सटेंशन लोन के मामले में, कंस्ट्रक्शन/इम्प्रूवमेंट/एक्सटेंशन एस्टिमेट का 75 से 90% तक फंड किया जा सकता है.
होम लोन का पुनर्भुगतान इक्वेटेड मंथली इंस्टॉलमेंट (EMI) के माध्यम से किया जाता है. EMI में मूलधन और ब्याज शामिल होते हैं, जो इस तरह से व्यवस्थित होता हैं कि आपके लोन के शुरुआती वर्षों में, ब्याज का हिस्सा मूलधन से अधिक होता है, जबकि लोन की आधी अवधि बीत जाने के बाद मूलधन का हिस्सा ब्याज से काफी अधिक हो जाता है.
प्रधानमंत्री आवास योजना (PMAY) (शहरी)-सभी के लिए आवास एक ऐसा मिशन है जिसे भारत सरकार द्वारा गृह स्वामित्व को बढ़ावा देने के उद्देश्य से शुरू किया गया था. शहरीकरण की अनुमानित वृद्धि और इसके परिणामस्वरूप उत्पन्न होने वाली घरों की आवश्यकताओं को ध्यान में रखकर PMAY स्कीम समाज के आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (EWS)/कम आय वर्ग (LIG) और मध्यम आय वर्ग (MIG) की ओर केंद्रित की गई है.
लाभ:
PMAY के तहत क्रेडिट लिंक्ड सब्सिडी स्कीम (CLSS) होम लोन को किफायती बनाती है क्योंकि होम लोन के ब्याज पर दी गई सब्सिडी से कस्टमर का बोझ कम होता है. इस स्कीम के तहत दी जाने वाली सब्सिडी कस्टमर की इनकम और फाइनेंस की जाने वाली प्रॉपर्टी की साइज पर निर्भर करती है.
आमतौर पर भारत में होम लोन प्रोसेस में निम्न चरण शामिल हैं:
आप एच डी एफ सी बैंक की ऑनलाइन एप्लीकेशन सुविधा. के साथ घर बैठे आराम से होम लोन के लिए ऑनलाइन अप्लाई कर सकते हैं. वैकल्पिक रूप से, आप हमारे लोन विशेषज्ञ से संपर्क करने और अपने लोन एप्लीकेशन को आगे बढ़ाने के लिए यहां अपना संपर्क विवरण शेयर कर सकते हैं.
आपके होम लोन एप्लीकेशन फॉर्म के साथ जमा किए जाने वाले डॉक्यूमेंट यहां उपलब्ध हैं. यह लिंक आपके होम लोन एप्लीकेशन की प्रोसेसिंग के लिए ज़रूरी KYC, आय और प्रॉपर्टी से संबंधित डॉक्यूमेंट की विस्तृत चेकलिस्ट प्रदान करता है. यह चेकलिस्ट सांकेतिक है और होम लोन सैंक्शन प्रोसेस के दौरान अतिरिक्त डॉक्यूमेंट मांगे जा सकते हैं.
अप्रूवल प्रोसेस: ऊपर दी गई चेकलिस्ट के अनुसार जमा किए गए डॉक्यूमेंट के आधार पर होम लोन का मूल्यांकन किया जाता है और स्वीकृत राशि के बारे में कस्टमर को बताया जाता है. हाउसिंग लोन के लिए अप्लाई की गई राशि और स्वीकृत राशि के बीच अंतर हो सकता है. हाउसिंग लोन के अप्रूवल पर, एक सैंक्शन लेटर जारी किया जाता है, जिसमें लोन राशि, अवधि, लागू ब्याज दर, पुनर्भुगतान विधि और एप्लीकेंट द्वारा पूरी की जाने वाली अन्य विशेष शर्तों की जानकारी दी जाती है.
डिस्बर्समेंट प्रोसेस: होम लोन की डिस्बर्समेंट प्रोसेस एच डी एफ सी बैंक को प्रॉपर्टी से संबंधित ओरिजिनल डॉक्यूमेंट जमा करने के साथ शुरू होती है. अगर प्रॉपर्टी निर्माणाधीन प्रॉपर्टी है, तो डिस्बर्समेंट डेवलपर द्वारा प्रदान किए गए कंस्ट्रक्शन आधारित भुगतान प्लान के अनुसार ट्रांच में किया जाता है. कंस्ट्रक्शन/होम इम्प्रूवमेंट/होम एक्सटेंशन लोन के मामले में, प्रदान किए गए अनुमान के अनुसार, निर्माण/सुधार की प्रगति के आधार पर डिस्बर्समेंट किया जाता है. सेकेंड सेल/रीसेल प्रॉपर्टी के लिए, सेल डीड के निष्पादन के समय पूरी लोन राशि डिस्बर्स कर दी जाती है.
होम लोन का रीपेमेंट समान मासिक किश्तों (EMI) के माध्यम से किया जाता है, जो ब्याज और मूलधन का मिश्रण होते है. रीसेल घरों के लोन के मामले में, EMI राशि के डिस्बर्समेंट के अगले महीने से शुरू होती हैं. निर्माणाधीन प्रॉपर्टी के लोन के मामले में, आमतौर पर निर्माण पूरा होने के बाद EMI शुरू होती है, तब तक लोन राशि पूरी तरह से डिस्बर्स हो जाती है. लेकिन, कस्टमर अपनी EMI को जल्दी शुरू करने का विकल्प चुन सकते हैं. निर्माण की प्रगति के अनुसार किए गए हर आंशिक डिस्बर्समेंट के साथ थी EMI की राशि भी बढ़ती जाएगी.
अधिकतम पुनर्भुगतान अवधि आपके द्वारा लिए जा रहे हाउसिंग लोन के प्रकार, आपकी प्रोफाइल, आयु, लोन की मेच्योरिटी आदि पर निर्भर करती है.
होम लोन और बैलेंस ट्रांसफर लोन के लिए, अधिकतम अवधि 30 वर्ष या रिटायरमेंट की आयु तक हो सकती है, जो भी कम हो.
होम एक्सटेंशन लोन के लिए, अधिकतम अवधि 20 वर्ष या रिटायरमेंट की आयु तक हो सकती है, जो भी कम हो.
होम रिनोवेशन और टॉप-अप लोन के लिए, अधिकतम अवधि 15 वर्ष या रिटायरमेंट की आयु तक हो सकती है, जो भी कम हो.
प्रॉपर्टी के सभी सह-मालिकों को घर के लोन का को-एप्लीकेंट होना चाहिए. आमतौर पर, को-एप्लीकेंट घनिष्ठ परिवार के सदस्य होते हैं.
आपकी हाउसिंग लोन की ब्याज दर, आपके द्वारा चुने गए लोन के प्रकार पर निर्भर करती है. लोन दो प्रकार के होते हैं:
एडजस्टेबल या फ्लोटिंग रेट लोन में, आपके लोन की ब्याज दर आपके लेंडर की बेंचमार्क दर से लिंक होती है. बेंचमार्क दर में किसी भी उतार-चढ़ाव से आपकी लागू ब्याज दर में आनुपातिक बदलाव होगा. ब्याज दरें निर्धारित अंतराल पर रीसेट की जाती हैं. यह रीसेट फाइनेंशियल कैलेंडर के अनुसार हो सकता है, या डिस्बर्समेंट की पहली तिथि के आधार पर, रीसेट का समय प्रत्येक कस्टमर के लिए अलग-अलग हो सकता है. एच डी एफ सी बैंक, लोन एग्रीमेंट के प्रभावी रहने के दौरान किसी भी समय अपने विवेकाधिकार से, ब्याज दर रीसेट साइकल में भावी आधार पर बदलाव कर सकता है.
कॉम्बिनेशन लोन आंशिक रूप से फिक्स्ड और आंशिक रूप से फ्लोटिंग होता है. फिक्स्ड रेट की अवधि के बाद, लोन एडजस्टेबल रेट में परिवर्तित हो जाता है.
होम लोन के लिए EMI कैलकुलेटर के लाभ इस प्रकार हैं-
आपको पहले से पैसों की प्लानिंग करने में मदद करे
EMI कैलकुलेटर आपको एडवांस में खर्चों की प्लानिंग करने में मदद करता है, ताकि कभी होम लोन का लाभ उठाने पर आप अपने होम लोन का भुगतान आसानी से कर सकें. अन्य शब्दों में, EMI कैलकुलेटर फाइनेंशियल प्लानिंग और लोन चुकाने की आवश्यकताओं का अनुमान लगाने का एक उपयोगी साधन है.
उपयोग में आसान
EMI कैलकुलेटर को इस्तेमाल करना बहुत आसान है. आपको केवल तीन जानकारियां प्रदान करने की आवश्यकता है, जो हैं:
a. लोन राशि
b. ब्याज दर
c. अवधि
इन तीन जानकारियों के आधार पर, EMI कैलकुलेटर आपके द्वारा होम लोन प्रदाता को हर महीने भुगतान की जाने वाली मासिक किश्त की गणना करेगा. कुछ होम लोन EMI कैलकुलेटर पूरी लोन अवधि के दौरान आपके द्वारा चुकाए जाने वाले ब्याज और मूल धन का विभाजन भी प्रदान करते हैं.
प्रॉपर्टी की खोज पर ध्यान केंद्रित करने में मदद करता है
EMI कैलकुलेटर आपकी आर्थिक स्थिति के लिए सबसे उपयुक्त लोन EMI और अवधि को चुनने में आपकी मदद करता है, जिससे आप अपने मासिक बजट में सबसे उत्तम रूप से फिट होने वाली सही होम लोन राशि निर्धारित कर सकते हैं. यह आपको अपनी प्रॉपर्टी की खोज पर बेहतर रूप से ध्यान केंद्रित करने में मदद करता है.
आसान एक्सेस
ऑनलाइन EMI कैलकुलेटर को कहीं से भी आसानी से ऑनलाइन एक्सेस किया जा सकता है. आप अपनी ज़रूरतों के अनुसार सही होम लोन राशि, EMI और अवधि निर्धारित करने के लिए जितनी चाहें उतनी बार विभिन्न कॉम्बिनेशन दर्ज कर सकते हैं.
आप मुंबई, दिल्ली, बेंगलुरु, चेन्नई, हैदराबाद, पुणे, जयपुर जैसे शहरों में अपने सपनों का घर खरीदने के लिए होम लोन ले सकते हैं.
हां. आप एक ही समय में दो होम लोन का लाभ उठा सकते हैं. हालांकि, आपके लोन का अप्रूवल आपकी पुनर्भुगतान क्षमता पर निर्भर करता है. दो होम लोन की EMI का पुनर्भुगतान करने की आपकी पात्रता और क्षमता का आकलन एच डी एफ सी बैंक द्वारा किया जाएगा.
नहीं, आपको अपने होम लोन के लिए गारंटर की आवश्यकता नहीं है. आपको केवल कुछ स्थितियों में गारंटर की आवश्यकता हो सकती है, यानी:
होम लोन प्रोविज़नल सर्टिफिकेट, एक फाइनेंशियल वर्ष के दौरान आपके होम लोन के लिए चुकाए गए ब्याज और मूलधन का सारांश होता है. इसे एच डी एफ सी बैंक द्वारा आपको प्रदान किया जाता है और टैक्स कटौतियों का दावा करने के लिए यह आवश्यक है. अगर आप एक मौजूदा कस्टमर हैं, तो आप यहां से आसानी से अपना प्रोविज़नल होम लोन सर्टिफिकेट डाउनलोड कर सकते हैं ऑनलाइन पोर्टल.
प्री-EMI, आपके होम लोन पर ब्याज का मासिक भुगतान है. इस राशि का भुगतान लोन के पूरे डिस्बर्समेंट तक की अवधि के दौरान किया जाता है. प्री-EMI का चरण समाप्त होने के बाद यानी लोन पूरी तरह से डिस्बर्स हो जाने के बाद, आपकी वास्तविक लोन अवधि - और EMI (मूलधन और ब्याज दोनों को मिलाकर) के लिए भुगतान शुरू होता है.
होम लोन के लिए आपकी पात्रता निर्धारित करने वाले कुछ कारक हैं:
हां. आप अपनी लोन की वास्तविक अवधि पूरी होने से पहले अपने होम लोन का प्री-पेमेंट (पार्ट या फुल में) कर सकते हैं. कृपया ध्यान दें कि फ्लोटिंग दर के होम लोन पर तब तक कोई प्रीपेमेंट शुल्क नहीं लगता है, जब तक कि बिज़नेस के उद्देश्यों के लिए इसका इस्तेमाल न किया जाए.
नहीं. होम लोन इंश्योरेंस अनिवार्य नहीं है. हालांकि, यह सलाह दी जाती है कि आप किसी भी अप्रत्याशित परिस्थिति से सुरक्षा के लिए इंश्योरेंस खरीदें.
हां. आप इनकम टैक्स एक्ट, 1961 के सेक्शन 80C, 24(b) और 80EEA के तहत, अपने होम लोन के मूलधन और ब्याज के रीपेमेंट पर टैक्स लाभ के लिए पात्र हो सकते हैं. क्योंकि लाभ हर वर्ष बदल सकते हैं, इसलिए कृपया लेटेस्ट जानकारी के लिए अपने चार्टर्ड अकाउंटेंट/टैक्स एक्सपर्ट से परामर्श करें.
तकनीकी रूप से प्रॉपर्टी का मूल्यांकन होने के बाद, लीगल डॉक्यूमेंटेशन प्रोसेस पूरा होने के बाद और आपके द्वारा डाउन पेमेंट करने के बाद, आप अपने होम लोन का डिस्बर्समेंट प्राप्त कर सकते हैं.
आप हमारे किसी भी ऑफिस में जाकर या ऑनलाइन विकल्प के माध्यम से अपने लोन के डिस्बर्समेंट के लिए अनुरोध कर सकते हैं.
हमारे एच डी एफ सी बैंक रीच लोन सूक्ष्म उद्यमियों और वेतनभोगी व्यक्तियों के लिए घर खरीदना संभव बनाते हैं, जिनके पास आय से संबंधित पर्याप्त प्रमाण हो भी सकते हैं या नहीं भी हो सकते हैं. आप एच डी एफ सी बैंक रीच के साथ आय संबंधी न्यूनतम डॉक्यूमेंट देकर हाउस लोन के लिए अप्लाई कर सकते हैं.
होम लोन एक प्रकार का सेक्योर्ड लोन है जो कस्टमर द्वारा घर खरीदने के लिए लिया जाता है. आप बिल्डर से निर्माणाधीन या कब्जे के लिए तैयार प्रॉपर्टी खरीदने, रीसेल प्रॉपर्टी खरीदने, किसी प्लॉट पर घर खरीदने, मौजूदा घर में सुधार और विस्तार करने के लिए होम लोन ले सकते हैं और किसी अन्य फाइनेंशियल संस्थान से लिए गए अपने मौजूदा होम लोन को एच डी एफ सी बैंक में ट्रांसफर भी कर सकते है. इक्वेटेड मंथली इंस्टॉलमेंट (EMI) के माध्यम से हाउसिंग लोन का पुनर्भुगतान किया जाता है, जिसमें उधार ली गई मूल राशि और उस पर प्राप्त ब्याज शामिल होता है.
होम लोन की पात्रता व्यक्ति की आय और पुनर्भुगतान क्षमता पर निर्भर करती है. कृपया होम लोन पात्रता मानदंड के बारे में जानकारी प्राप्त करें:
विवरण | वेतनभोगी व्यक्ति | स्व-व्यवसायी व्यक्ति |
---|---|---|
आयु | 21साल से 65साल तक | 21साल से 65साल तक |
न्यूनतम आय | ₹10,000 प्रति माह. | रु. 2 लाख प्रति वर्ष. |
अगर आपने किसी प्रॉपर्टी को खरीदने या निर्माण करने का फैसला किया है, तो आप किसी भी समय होम लोन के लिए अप्लाई कर सकते हैं, भले ही आपने प्रॉपर्टी का चयन नहीं किया हो या निर्माण शुरू नहीं हुआ हो. आप विदेश में काम करते हुए भी होम लोन के लिए अप्लाई कर सकते हैं, ताकि भविष्य में आप भारत में वापस आने का प्लान बना सकें.
भारत के बाहर रहने वाला व्यक्ति, जो भारत का नागरिक है या भारत के बाहर रहने वाला कोई व्यक्ति, जो भारतीय मूल का है, वह NRI होता है.
फॉरेन एक्सचेंज मैनेजमेंट एक्ट, 1999 की धारा 2 (w) के तहत भारत के बाहर रहने वाले व्यक्ति की परिभाषा इस प्रकार परिभाषित की गई है:
भारत से बाहर निवास करने वाले व्यक्ति का अर्थ है ऐसा व्यक्ति, जो भारत का निवासी नहीं है.
किसी व्यक्ति को निम्नलिखित मामलों में भारत में नहीं रहने वाला व्यक्ति माना जाएगा:
जब कोई व्यक्ति पिछले फाइनेंशियल वर्ष के दौरान भारत में 182 दिन या इससे कम अवधि तक भारत में रहा हो
जब कोई व्यक्ति भारत से बाहर गया हो या जो भारत से बाहर रहता हो, दोनों ही स्थिति में
भारत के बाहर रोजगार करने या लेने के लिए, या
भारत के बाहर बिज़नेस करने या भारत के बाहर उद्यम करने के लिए गया हो, या
किसी अन्य उद्देश्य के लिए, ऐसी परिस्थितियों में जो उसका अनिश्चित अवधि के लिए भारत से बाहर रहने का इरादा दर्शाती हैं.
अगर आप भारत में वापस शिफ्ट हो रहे हैं, तो एच डी एफ सी बैंक एप्लीकेंट के निवास की स्थिति के आधार पर पुनर्भुगतान क्षमता का फिर से मूल्यांकन करेगा और एक संशोधित पुनर्भुगतान शिड्यूल बनाया जाएगा. ब्याज की नई दर निवासी भारतीय लोन के लिए लागू मौजूदा दर (उस विशिष्ट लोन प्रोडक्ट के लिए) के अनुसार होगी. यह संशोधित ब्याज दर कन्वर्ट की जा रही बकाया शेष राशि पर लागू होगी. स्टेटस में बदलाव की पुष्टि करने के लिए कस्टमर को एक लेटर दिया जाएगा.
PIO कार्ड की फोटोकॉपी या
वर्तमान पासपोर्ट की एक फोटोकॉपी, जिसमें जन्म स्थान 'भारत' लिखा हुआ हो
अगर व्यक्ति के पास पहले भारतीय पासपोर्ट रहा हो, तो उसकी एक फोटोकॉपी
माता-पिता/दादा-दादी के भारतीय पासपोर्ट/जन्म प्रमाणपत्र/विवाह प्रमाणपत्र की एक फोटोकॉपी.
होम लोन का लाभ उठाने के लिए आपको भारत में मौजूद रहने की आवश्यकता नहीं है. अगर आप लोन एप्लीकेशन जमा करने और लोन के डिस्बर्समेंट के समय विदेश में कार्यरत हैं, तो आप एच डी एफ सी बैंक के प्रारूप के अनुसार पावर ऑफ अटॉर्नी नियुक्त करके लोन का लाभ उठा सकते हैं. आपका पावर ऑफ अटॉर्नी होल्डर आपकी ओर से अप्लाई कर सकता है और औपचारिकताएं पूरी कर सकता है.
एच डी एफ सी बैंक 10 सालों से भी अधिक समय से GCC क्षेत्र में काम कर रहा है और हमारी एक ब्रांच दुबई में है व सभी GCC देशों में हमारे सर्विस एसोसिएट्स हैं. घर खरीदने की प्रोसेस में NRI की मदद करने के लिए, एच डी एफ सी बैंक के इंटरनेशनल ऑफिस लंदन और सिंगापुर में भी हैं. दुनिया भर में होम लोन का लाभ उठाने के लिए, आप या तो :
मुख्य रूप से हम आपकी होम लोन की पात्रता, आपकी इनकम और रीपेमेंट क्षमता द्वारा निर्धारित करेंगे. अन्य महत्वपूर्ण कारकों में आपकी आयु, शैक्षिक योग्यता, आश्रितों की संख्या, आपके पति/पत्नी की इनकम (अगर हो), एसेट और देनदारी, सेविंग का विवरण और व्यवसाय की स्थिरता और निरंतरता शामिल हैं.
आपकी सुविधा के लिए, एच डी एफ सी बैंक होम लोन के पुनर्भुगतान के लिए विभिन्न तरीके प्रदान करता है. नॉन-रेजिडेंट (एक्सटरनल) अकाउंट/नॉन-रेजिडेंट (ऑर्डिनरी) अकाउंट से ECS (इलेक्ट्रॉनिक क्लीयरिंग सिस्टम) के जरिए किस्त का भुगतान करने के लिए आप आगामी तारीख के चेक दे सकते हैं या अपने बैंकर को दिशानिर्देश दे सकते हैं. कैश भुगतान स्वीकार नहीं किया जाएगा.
देरी से की गई पेमेंट और चेक बाउंस होने पर लगने वाले शुल्क की जानकारी के लिए, हमारे विशिष्ट प्रोडक्ट पृष्ठों पर दी गई जानकारी देखें
हां, हम को-एप्लीकेंट द्वारा भारतीय रुपयों में कमाई गई आय को जोड़ कर जॉइंट इनकम लोन ऑफर कर सकते हैं. हालांकि, को-एप्लीकेंट आपका नज़दीकी पारिवारिक सदस्य हो - पति या पत्नी, माता या पिता, या बच्चे.
नहीं.
पीआईओ कार्ड विदेश में 'भारतीय मिशन' (भारतीय एम्बेसी / भारतीय हाई कमिशन / भारतीय दूतावास) द्वारा 'भारतीय मूल के व्यक्ति' को इशु किया जाता है. यह कार्ड कार्डधारक को, विदेश मंत्रालय द्वारा निर्धारित, कुछ सुविधाएं प्रदान करता है, और यह 15 वर्षों के लिए मान्य होता है.
हां. आप लोन एप्लीकेशन हमारे अंतर्राष्ट्रीय ऑफिस या हमारे सर्विस सहयोगियों के ऑफिस में जमा करवा सकते हैं. हालांकि, लोन की डिस्बर्समेंट केवल आपके या भारत में आप के पावर ऑफ अटर्नी धारक द्वारा ही ली जा सकेगी.
लोन की सिक्योरिटी, आमतौर पर फाइनेंस की जाने वाली प्रॉपर्टी और/या एच डी एफ सी द्वारा मांगे जा सकने वाले अन्य कोलैटरल/अंतरिम सिक्योरिटी होगी.
आपके लिए यह सुनिश्चित करना अत्यंत महत्वपूर्ण है कि प्रॉपर्टी का अधिकार स्पष्ट हो, वह बेचने योग्य हो और किसी भी प्रकार के लोन से मुक्त हो. कोई भी मौजूदा बंधन, लोन या मुकदमा नहीं होना चाहिए, जो प्रॉपर्टी के अधिकार पर प्रतिकूल प्रभाव डालता हो..
हम आपसे अनुरोध करते हैं कि आप लोन की प्रोसेसिंग के दौरान जमा किए गए सभी डॉक्यूमेंट की एक कॉपी अपने पास रखें, क्योंकि ओरिजिनल डॉक्यूमेंट एच डी एफ सी बैंक के पास रहेंगे, जब तक कि आपके लोन का पूरा पुनर्भुगतान नहीं हो जाता.
प्राॅपर्टी के ट्रांज़ैक्शन में 'एग्रीमेंट टू सेल' खरीदार और विक्रेता के बीच स्टाम्प पेपर पर लिखित में किया गया वह समझौता होता है, जो कानूनी रूप से मान्य होता है इस पर प्राॅपर्टी की सभी जानकारी जैसे क्षेत्र, कब्जे की तिथि और कीमत आदि उल्लिखित होती है.
कई भारतीय राज्यों में, बेचने के लिए किए एग्रीमेंट को कानून द्वारा रजिस्टर करना आवश्यक है. हमारा सुझाव है कि आपको इंडियन रजिस्ट्रेशन एक्ट, 1908 के तहत राज्य सरकार द्वारा नियुक्त सब-रजिस्ट्रार के ऑफिस में एग्रीमेंट की तिथि के चार महीने के भीतर एग्रीमेंट को रजिस्टर करवाना चाहिए.
हां. भारत में पावर ऑफ अटॉर्नी (POA) होल्डर के रूप में अपने किसी रिश्तेदार को नियुक्त करना उचित होगा. POA, उस शहर का निवासी होना चाहिए, जहां आप अपने होम लोन के लिए अप्लाई करना चाहते हैं. POA एच डी एफ सी द्वारा प्रदान किए गए ड्राफ्ट के अनुसार बना होना चाहिए.
अगर लोन की औपचारिकताएं पूरी करने के लिए को-एप्लीकेंट भारत में ना हो, तो को-एप्लीकेंट को भी भारत में अपने किसी रिश्तेदार को पावर ऑफ अटर्नी प्रदान करनी चाहिए.
खुद के योगदान (मार्जिन मनी) का मतलब है प्रॉपर्टी की कुल लागत में से एच डी एफ सी बैंक के होम लोन को घटाने के बाद प्राप्त राशि. इसका भुगतान कस्टमर को भारत के बाहर से सामान्य बैंकिंग चैनलों द्वारा प्रेषण या भारत में अपने नॉन-रेजिडेंट एक्सटर्नल (NRE)/ फॉरेन करेंसी नॉन-रेजिडेंट (FCNR)/ नॉन-रेजिडेंट ऑर्डिनरी (NRO) अकाउंट से करना होगा. ऐसे भुगतान, यात्री चेक, विदेशी करेंसी नोट से नहीं किए जा सकते हैं और न ही ऊपर बताए गए माध्यमों के अतिरिक्त किसी अन्य माध्यम से किए जा सकते हैं. कस्टमर को पहले खुद का योगदान देना होगा, और उसके बाद ही एच डी एफ सी बैंक लोन की राशि डिस्बर्स करेगा.
आपका लोन तब डिस्बर्स किया जाएगा, जब आपने प्रॉपर्टी चुन ली हो, होम लोन के लिए अप्लाई कर चुके हों, आय और प्रॉपर्टी से संबंधित आवश्यक डॉक्यूमेंट जमा कर चुके हों, प्रॉपर्टी तकनीकी और कानूनी दृष्टि से सही पायी गई हो और प्रॉपर्टी खरीदने के लिए आपने खुद के योगदान का भुगतान कर दिया हो. डिस्बर्समेंट भारतीय रुपये में होगा और आपके द्वारा निर्दिष्ट किए गए भारत में स्थित एच डी एफ सी बैंक की ब्रांच में किया जाएगा.
लोन राशि का चेक डेवलपर या विक्रेता (रीसेल प्रॉपर्टी के मामले में) के पक्ष में जारी किया जाता है, जैसा भी मामला हो. निर्माणाधीन प्रोजेक्ट के मामले में, एच डी एफ सी बैंक निर्माण के चरण के अनुपात में लोन राशि डिस्बर्स करता है.
अगर प्रॉपर्टी निर्माणाधीन है, तो एच डी एफ सी बैंक निर्माण के चरण के अनुपात में लोन राशि डिस्बर्स करेगा. ऐसे मामले में, डिस्बर्स की गई लोन राशि पर देय ब्याज को प्री-EMI ब्याज कहा जाता है. जितना लोन आपको डिस्बर्स किया गया है, आप सिर्फ उतने हिस्से पर भी ब्याज का भुगतान करना शुरू कर सकते हैं, जब तक कि आपको प्रॉपर्टी का कब्जा नहीं मिल जाता. इस ब्याज को प्री-EMI ब्याज कहा जाता है. प्रत्येक डिस्बर्समेंट की तिथि से EMI शुरू होने की तिथि तक प्री-EMI ब्याज हर महीने देय होता है.
कस्टमर को प्री-EMI ब्याज से बचाने के लिए हमने ट्रांश आधारित EMI की विशेष सुविधा शुरू की है.
निमार्णाधीन प्रॉपर्टी के मामले में, प्रॉपर्टी के पज़ेशन के लिए तैयार होने तक, कस्टमर दी जाने वाली किस्तों का चुनाव कर सकता है. कस्टमर द्वारा ब्याज की राशि से अधिक जितनी भी राशि जमा करवाई जाएगी, वह मूलधन राशि की रीपेमेंट के रूप में जमा हो जाएगी.
EMI जल्दी शुरू करने से कस्टमर को लाभ होता है और इससे लोन का रीपेमेंट जल्दी होता है.
लोन की किस्त, ब्याज या कोई शुल्क अगर हो तो कस्टमर सामान्य बैंकिंग के जरिए या अपने नॉन रैज़ीडेंट एक्सटरनल (NRE) /फॉरेन करंसी नॉन रैज़ीडेंट (FCNR) /नॉन रैज़ीडेंट नॉन रिपेट्रिएबल (NRNR)/नॉन रैज़ीडेंट ऑर्डिनरी (NRO)/ नॉन रैज़ीडेंट स्पेशल रुपी (NRSR) और लिए गए लोन से जो प्रॉपर्टी खरीदी है उससे मिलने वाले किराए की इनकम से कर सकता है.
हां, आप मौजूदा प्रीपेमेंट शुल्क के मुताबिक, एकमुश्त राशि का भुगतान करके निर्धारित समय से पहले लोन चुका सकते हैं, यह भुगतान एक बार में या आंशिक रूप से किया जा सकता है. आप ऐसा विदेश से सामान्य बैंकिंग द्वारा धन भेज कर, भारत में अपने नॉन रैज़ीडेंट (एक्सटरनल) अकाउंट और/या नॉन रैज़ीडेंट (आर्डिनरी) अकाउंट में पड़े धन के उपयोग से कर सकते हैं. हम 'एक्सेलेरेटेड रीपेमेंट स्कीम' नामक निःशुल्क सुविधा भी ऑफर करते हैं, जिस से आपके लोन की रीपेमेंट तेज़ी से हो सके. यह विकल्प आपको हर वर्ष अपनी बढ़ी हुई इनकम के अनुपात में EMI बढ़ाने की सुविधा प्रदान करता है, जिससे आपके लोन की रीपेमेंट काफी जल्दी हो जाएगी.
हां. भारतीय रिज़र्व बैंक के वर्तमान दिशानिर्देशों के अनुसार विदेशी पासपोर्ट धारक भारतीय मूल के व्यक्ति एच डी एफ सी बैंक से लोन लेने के लिए पात्र हैं.
हां, आपको यह सुनिश्चित करना होगा कि लोन की लंबित अवधि के दौरान आपकी प्रॉपर्टी का विधिवत रूप से आग और अन्य संभावित खतरों के लिए इंश्योरेंस करवाया गया हो. आपको प्रत्येक वर्ष और/या जब भी कहा जाए, एच डी एफ सी बैंक के समक्ष इसका प्रमाण भी प्रस्तुत करना होगा. इस इंश्योरेंस पॉलिसी का लाभार्थी एच डी एफ सी बैंक को होना चाहिए.
जिस महीने आपको पूरा लोन डिस्बर्स हो जाता है, उसके अगले महीने से मूलधन का रीपेमेंट शुरू होता है. जब तक अंतिम डिस्बर्समेंट बाकी रहता हो, आप लोन के डिस्बर्स हो चुके हिस्से पर ब्याज का भुगतान करते हैं. इस ब्याज को प्री-EMI इंटरेस्ट कहा जाता है. हर डिस्बर्समेंट की तारीख से EMI शुरू होने की तारीख तक, प्री-EMI इंटरेस्ट हर महीने देना होता है.
निर्माणाधीन प्रॉपर्टी के मामले में, एच डी एफ सी बैंक आपको एक विशिष्ट 'ट्रांचिंग' सुविधा भी प्रदान करता है, जिसमें आप प्रॉपर्टी का कब्जा प्राप्त होने तक अपने द्वारा भुगतान की जाने वाली किस्तों को चुन सकते हैं. लोन के भुगतान के लिए आप ब्याज से अधिक जो भी पैसा चुकाते हैं, वह मूलधन में जाता है. इससे आपको अपना लोन जल्दी चुकाने में मदद मिलती है. यह विशेष रूप से तब काम आता है जब आपके डिस्बर्समेंट लंबे समय तक चलने की संभावना होती है.
डिस्बर्समेंट के लिए आपका अनुरोध प्राप्त करने के बाद, हम लोन को पूर्ण रूप से या किस्तों में डिस्बर्स करेंगे, जो आमतौर पर तीन से अधिक नहीं होती. निर्माणाधीन प्रॉपर्टी के मामले में, हम आपके लोन को निर्माण की प्रगति के आधार पर किस्तों में डिस्बर्स करेंगे, इसका आकलन हमारे द्वारा किया जाएगा और जरूरी नहीं कि वह डेवलपर के एग्रीमेंट के अनुसार हो. आपके हित में आपको यह सलाह दी जाती है कि आप डेवलपर के साथ एक ऐसा एग्रीमेंट करें जिसमें भुगतान, निर्माण कार्य के अनुसार हो, न कि समय के आधार पर पहले से ही निश्चित हो.
हां, किसी अन्य बैंक या हाउसिंग फाइनेंस कंपनी से लिए गए होम लोन को चुकाने के लिए आप हमारे पास लोन के लिए अप्लाई कर सकते हैं.
पर्सन ऑफ इंडियन ओरिजिन (PIO) की परिभाषा फॉरेन एक्सचेंज मैनेजमेंट (बॉरोइंग और लेंडिंग इन रुपीज) रेगुलेशन, 2000 की धारा 2(b) और फॉरेन एक्सचेंज मैनेजमेंट (डिपाजिट) रेगुलेशन, 2000 की धारा 2(xii) के तहत इस प्रकार से परिभाषित की गई है:
PIO का मतलब बांग्लादेश या पाकिस्तान को छोड़ कर किसी भी देश का नागरिक, अगर
भारत में अचल प्रॉपर्टी प्राप्त करने के उद्देश्य से, PIO की परिभाषा इस प्रकार है:
'भारतीय मूल के व्यक्ति' का मतलब वह व्यक्ति (पाकिस्तान या बांग्लादेश या श्रीलंका या अफगानिस्तान या चीन या ईरान या नेपाल या भूटान का नागरिक नहीं) है, जो
किसी अन्य बैंक/फाइनेंशियल संस्थान से लिए गए होम लोन की बकाया राशि को एच डी एफ सी बैंक में ट्रांसफर करना बैलेंस ट्रांसफर लोन के रूप में जाना जाता है.
कोई भी उधारकर्ता, जिसने किसी अन्य बैंक/HFI से होम लोन ले रखा है, और 12 महीने तक नियमित भुगतान किया है, एच डी एफ सी बैंक से बैलेंस ट्रांसफर लोन ले सकता है.
एच डी एफ सी बैंक के टेलीस्कोपिक रीपेमेंट विकल्प के तहत कस्टमर अधिकतम 30 वर्ष या रिटायरमेंट की आयु तक की अवधि के लिए लोन ले सकता है.
बैलेंस ट्रांसफर लोन की ब्याज दर, होम लोन की ब्याज दर से अलग नहीं होती है.
हां. इनकम टैक्स एक्ट, 1961 के तहत, आप अपने बैलेंस ट्रांसफर लोन के मूलधन और ब्याज पर टैक्स लाभ प्राप्त पर सकते हैं. चूंकि लाभ हर वर्ष बदल सकते हैं, इसलिए यह जानने के लिए कि आप अपने लोन पर टैक्स लाभ कैसे प्राप्त कर सकते हैं, हमारे लोन काउंसलर से बात करें.
हां. एच डी एफ सी बैंक से बैलेंस ट्रांसफर लोन के साथ ₹50 लाख तक का टॉप अप लोन भी लिया जा सकता है.
बैलेंस ट्रांसफर लोन के लिए, आप डॉक्यूमेंट, शुल्क व प्रभार की सूची https://www.hdfc.com/checklist#documents-charges पर देख सकते हैं
हां, निर्माणाधीन प्रॉपर्टी खरीदने वाले कस्टमर एच डी एफ सी बैंक से बैलेंस ट्रांसफर लोन का लाभ उठा सकते हैं.
यह लोन घर को रिनोवेट करने (ढांचे/कारपेट एरिया से छेड़छाड़ किए बिना) जैसे टाइल लगवाना, फर्श बनवाना, अंदर/बाहर के हिस्से का प्लास्टर और पेंटिंग करवाना आदि के लिए दिया जाता है.
कोई भी व्यक्ति, जो अपने अपार्टमेंट/फ्लोर/रो हाउस की मरम्मत कराना चाहता है. मौजूदा होम लोन कस्टमर्स भी हाउस रेनोवेशन लोन के लिए अप्लाई कर सकते हैं.
आप अधिकतम 15 वर्ष की अवधि या रिटायरमेंट की आयु तक (दोनों में से जो भी कम हो) के लिए हाउस रेनोवेशन लोन ले सकते हैं.
हाउस रेनोवेशन लोन की ब्याज दरें, होम लोन की ब्याज दरों से अलग नहीं होती हैं.
हाउस रेनोवेशन लोन से केवल अचल फर्नीचर और फिक्स्चर ही खरीदे जा सकते हैं
हां. इनकम टैक्स एक्ट, 1961 के तहत, आप अपने हाउस रेनोवेशन लोन के मूलधन पर टैक्स लाभ प्राप्त पर सकते हैं. क्योंकि लाभ हर वर्ष बदल रहते हैं, इसलिए आप अपने लोन पर टैक्स लाभ कैसे प्राप्त करें यह जानने के लिए हमारे लोन काउंसलर से बातचीत कर सकते हैं.
लोन की सिक्योरिटी, आमतौर पर फाइनेंस की जाने वाली प्रॉपर्टी और/या एच डी एफ सी द्वारा मांगे जा सकने वाले अन्य कोलैटरल/अंतरिम सिक्योरिटी होगी.
प्रॉपर्टी का तकनीकी रूप से मूल्यांकन हो जाने पर, कानूनी डॉक्यूमेंटेशन प्रक्रिया पूरी होने और आपके द्वारा पूरा ओन कॉन्ट्रीब्यूशन इन्वेस्ट करने के बाद आप लोन का डिस्बर्समेंट प्राप्त कर सकते हैं.
एच डी एफ सी बैंक के मूल्यांकन के अनुसार, हम निर्माण/ रेनोवेशन की प्रगति के आधार पर आपके लोन को किस्तों में डिस्बर्स करेंगे.
आप आवश्यक डॉक्यूमेंट की सूची और लागू शुल्क व प्रभार की जानकारी https://www.hdfc.com/checklist#documents-charges पर देख सकते हैं
यह लोन अपने घर को बढ़ाने या उसमें रहने की जगह जोड़ने, जैसे अतिरिक्त कमरे या फ्लोर आदि बनाने के लिए है.
कोई भी व्यक्ति, जो अपने मौजूदा अपार्टमेंट/फ्लोर/रो-हाउस में स्पेस या जगह बढ़ाना चाहता है, एच डी एफ सी बैंक से होम एक्सटेंशन लोन का लाभ उठा सकता है. मौजूदा होम लोन कस्टमर भी होम एक्सटेंशन लोन का लाभ उठा सकते हैं.
होम एक्सटेंशन लोन अधिकतम 20 वर्ष की अवधि के लिए या रिटायरमेंट की आयु तक, दोनों में से जो भी कम हो, के लिए लिया जा सकता है.
होम एक्सटेंशन लोन की ब्याज दर, होम लोन की ब्याज दर से अलग नहीं होती है.
हां. इनकम टैक्स एक्ट, 1961 के तहत, आप अपने होम एक्सटेंशन लोन के मूलधन और ब्याज पर टैक्स लाभ प्राप्त पर सकते हैं. चूंकि लाभ हर वर्ष बदल सकते हैं, इसलिए यह जानने के लिए कि आप अपने लोन पर टैक्स लाभ कैसे प्राप्त कर सकते हैं, हमारे लोन काउंसलर से बात करें.
लोन की सिक्योरिटी, आमतौर पर फाइनेंस की जाने वाली प्रॉपर्टी और/या एच डी एफ सी द्वारा मांगे जा सकने वाले अन्य कोलैटरल/अंतरिम सिक्योरिटी होगी.
एच डी एफ सी बैंक के मूल्यांकन के अनुसार, हम निर्माण/ रेनोवेशन की प्रगति के आधार पर आपके होम एक्सटेंशन लोन को किस्तों में डिस्बर्स करेंगे.
आप आवश्यक डॉक्यूमेंट की सूची और लागू शुल्क व प्रभार की जानकारी https://www.hdfc.com/checklist#documents-charges पर देख सकते हैं
हां, महिलाओं के लिए होम लोन पर लागू ब्याज दर अन्य लोगों की तुलना में कम होती है. होम लोन पर लागू ब्याज दर में छूट प्राप्त करने के लिए, जिस प्रॉपर्टी के लिए लोन लेना है, महिला को उस प्रॉपर्टी का मालिक/सह-मालिक होना होगा और साथ ही एच डी एफ सी बैंक से लिए जा रहे होम लोन में एप्लीकेंट/को-एप्लीकेंट भी होना होगा.
आमतौर पर भारत में हाउसिंग फाइनेंस संस्थानों द्वारा होम लोन के प्रकार के रूप में निम्न प्रोडक्ट प्रदान किए जाते हैं:
ये लोन निम्न उद्देश्यों से लिए जाते हैं:
1 अप्रूव्ड प्रोजेक्ट में प्राइवेट डेवलपर से फ्लैट, रो हाउस, बंगले की खरीद की खरीद के लिए;
2.भारत में DDA, MHADA जैसे डेवलपमेंट अथॉरिटी के साथ-साथ मौजूदा को-ऑपरेटिव हाउसिंग सोसाइटी या अपार्टमेंट ओनर एसोसिएशन या डेवलपमेंट अथॉरिटी सेटलमेंट में प्रॉपर्टी खरीदने के लिए या निजी तौर बने हुए घर के लिए लोन;
3.फ्रीहोल्ड / लीज होल्ड प्लॉट पर या विकास प्राधिकरण द्वारा आवंटित भूखंड पर निर्माण के लिए लोन
डायरेक्ट अलॉटमेंट या सेकंड सेल ट्रांज़ैक्शन के माध्यम से प्लॉट की खरीद के लिए प्लॉट परचेज़ लोन लिया जा सकता है, इसके साथ ही दूसरे बैंक/फाइनेंशियल इंस्टिट्यूशन से लिए गए मौजूदा प्लॉट परचेज़ लोन को ट्रांसफर भी किया जा सकता है.
जब आप किसी अन्य बैंक/ फाइनेंशियल संस्थान से लिए गए अपने होम लोन को एच डी एफ सी बैंक में ट्रांसफर करते हैं, तो इसे बैलेंस ट्रांसफर लोन कहा जाता है.
हाउस रेनोवेशन लोन टाइलिंग, फ्लोरिंग, इंटरनल/एक्सटर्नल प्लास्टर और पेंटिंग आदि जैसे कई तरीकों से आपके घर को रिनोवेट करने (स्ट्रक्चर/कार्पेट एरिया में बदलाव किए बिना) के लिए दिया जाने वाला लोन है.
यह लोन अपने घर का विस्तार करने या उसमें रहने की जगह जोड़ने, जैसे अतिरिक्त कमरे या फ्लोर आदि बनाने के लिए है.
होम लोन पर लागू शुल्क की पूरी सूची देखने के लिए, कृपया https://www.hdfc.com/checklist#documents-charges पर जाएं
हां, आप अपने होम लोन में अपने पति/पत्नी को 'को-एप्लीकेंट' के रूप में जोड़ सकते हैं. आपकी होम लोन पात्रता का निर्धारण करते समय आपके पति/पत्नी की आय पर भी विचार किया जा सकता है, बशर्ते आपके पास एच डी एफ सी बैंक द्वारा मांगे गए आय संबंधी डॉक्यूमेंट उपलब्ध हों.
आप प्री-अप्रूव्ड होम लोन के लिए अप्लाई कर सकते हैं, जो आपकी इनकम, क्रेडिट योग्यता और फाइनेंशियल पोजीशन के आधार पर लोन के लिए इन-प्रिंसिपल अप्रूवल है. आमतौर पर, प्रॉपर्टी को चुनने से पहले प्री-अप्रूव्ड लोन लिए जाते हैं और ये लोन की मंजूरी की तिथि से लेकर 6 महीने तक की अवधि के लिए मान्य होते हैं.
होम लोन के लिए को-एप्लीकेंट होना अनिवार्य नहीं है. हालांकि जिस प्रॉपर्टी के लिए होम लोन लिया जाना है, अगर उसका स्वामित्व संयुक्त रूप से है, तो उस प्रॉपर्टी के सभी सह-मालिकों को होम लोन में को-एप्लीकेंट होना होगा. आमतौर पर को-एप्लीकेंट परिवार के करीबी सदस्य होते हैं.
हां, एच डी एफ सी बैंक अपने मौजूदा कस्टमर को उनके प्रोविज़नल ब्याज सर्टिफिकेट डाउनलोड करने की सुविधा प्रदान करता है. मौजूदा कस्टमर अपने प्रोविज़नल ब्याज सर्टिफिकेट डाउनलोड करने के लिए https://portal.hdfc.com/login/ पर 'ऑनलाइन एक्सेस मॉड्यूल' में लॉग-इन कर सकते हैं.
आप फाइनल फाइनेंशियल वर्ष का अपना अंतिम ब्याज सर्टिफिकेट डाउनलोड करने के लिए https://portal.hdfc.com/login पर 'ऑनलाइन एक्सेस मॉड्यूल' में लॉग-इन कर सकते हैं.
एच डी एफ सी बैंक, निर्माणाधीन प्रॉपर्टी के लिए निर्माण की प्रगति के आधार पर किस्तों में लोन डिस्बर्स करता है. डिस्बर्स की गई हर किस्त को 'पार्ट' या 'सब्सिक्वेंट' डिस्बर्समेंट कहा जाता है.