पिछले कुछ सालों से, नागपुर, महाराष्ट्र के रियल एस्टेट मार्केट में भारत के एक सबसे महत्वाकांक्षी इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट - नागपुर में मल्टी-मोडल इंटरनेशनल कार्गो हब और हवाई अड्‌डा (MIHAN) की चर्चा है. 4,025 हेक्टेयर में फैले इस प्रोजेक्ट में इंटरनेशनल एयरपोर्ट (1,200 हेक्टेयर) और एक विशेष आर्थिक क्षेत्र (SEZ; 2,825 हेक्टेयर) शामिल होंगे.

400 हेक्टेयर के मौजूदा हवाई अड्डे को 1,200 हेक्टेयर तक विस्तारित करते हुए, 50 हवाई जहाजों के लिए पार्किंग की जगह, 50 अतिरिक्त बे, अलग कार्गो परिसर और एयरपोर्ट टर्मिनल बिल्डिंग तैयार किए जाएंगे. हवाई अड्डे से हर साल 14 मिलियन यात्रियों को सेवा देने और 0.87 मिलियन टन कार्गो हैंडल करने की उम्मीद है; यह भारत के सबसे बड़े एविएशन प्रोजेक्ट्‌स में से एक है.

भारत में सबसे बड़े मल्टी-प्रोडक्ट SEZ, विशेष आर्थिक क्षेत्र में सड़क और रेल टर्मिनल (200 हेक्टेयर), कैप्टिव पावर हाउस (52 हेक्टेयर), सूचना प्रौद्योगिकी पार्क (400 हेक्टेयर), हेल्थ सिटी (60 हेक्टेयर), अन्य विनिर्माण और मूल्य वर्धित इकाइयां (963 हेक्टेयर), इंटरनेशनल स्कूल (10 हेक्टेयर) और आवासीय, होटल और एंटरटेनमेन्ट स्पेस (1,140 हेक्टेयर) शामिल होंगे. इस SEZ से प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार के माध्यम से शहर की आबादी में 12 मिलियन लोगों को रोजगार मिलने का अनुमान है.

  • इंफोसिस, एचसीएल टेक्नोलॉजीज, विप्रो टेक्नोलॉजी, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, टेक महिंद्रा, कोल्लैंड, हेक्सावेयर टेक्नोलॉजीज, L&T इंफोसिटी जैसी आईटी कंपनियों ने अपनी बीपीओ, कॉल सेंटर, डेटा सेंटर, सॉफ्टवेयर प्रोडक्शन हाउस, एनीमेशन स्टूडियो आदि गतिविधियों के लिए SEZ में जमीन लीज़ पर ली है. DLF, शापूरजी एंड पालोनजी और लार्सन एंड टूब्रो जैसे प्रमुख डेवलपर्स द्वारा आईटी पार्क भी विकसित किए जा रहे हैं.
  • हेल्थ सिटी में विभिन्न मल्टी-स्पेशिएलिटी उपचारों के लिए लगभग 2,000 बिस्तरों के साथ सुपर स्पेशलिटी अस्पतालों की एक श्रृंखला होगी. हेल्थ सिटी में विभिन्न सपोर्ट सुविधाएं जैसे कि कॉमन डायग्नोस्टिक सेंटर और नर्सों और तकनीशियनों के लिए ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट भी शामिल होंगे. MIHAN में लुपिन फार्मा अपनी कैंसर दवा इकाई स्थापित करेगा
  • विनिर्माण और मूल्य वर्धित क्षेत्र (वैल्यू एडेड जोन) में टेक्सटाइल और गारमेंट ज़ोन, जेम और ज्वेलरी ज़ोन, फ़ूड प्रोसेसिंग ज़ोन, इलेक्ट्रॉनिक और इंजीनियरिंग ज़ोन, फ़ार्मास्युटिकल और बायो- मेडिकल ज़ोन, फ़ाइनेंशियल और इंश्योरेंस सर्विसेज़, और प्रिंटिंग और पैकेजिंग आदि शामिल होंगे. SEZ में कोई प्रदूषण करने वाला उद्योग नहीं होगा.
  • MIHAN हवाई जहाजों के लिए रखरखाव, मरम्मत और ओवरहाल सुविधाएं उपलब्ध कराएगा.
  • रेजिडेंशियल स्पेस जिसमें रो हाउस और हाईराइज स्ट्रक्चर्स शामिल हैं, ये हवाई अड्डे और SEZ क्षेत्र में काम करने वाले पेशेवरों की ज़रूरतों को पूरा करेगा.

महाराष्ट्र की दूसरी राजधानी, नागपुर की स्थिति केंद्रीय है और सभी प्रमुख सड़क, रेलवे और हवाई रास्ते इससे हो कर गुजरते हैं. शहर में एक चालू हवाई अड्डा तथा उसके चारों ओर काफी भूमि पहले से है - जो कि एक मल्टी-मोडल हब की स्थापना के लिए सबसे उचित था. इसके अलावा, शहर में बेहतरीन सड़कें, पानी, बिजली और दूरसंचार सुविधाएं हैं और हवाई यातायात के लिए यहां के मौसम की दशाएं सबसे अनुकूल मानी जाती हैं.

सामाजिक-आर्थिक प्रभाव

बड़ी मात्रा में रोजगार और निर्यात आधारित राजस्व की उम्मीद के साथ इस प्रोजेक्ट से विदर्भ क्षेत्र में बड़ा सामाजिक-आर्थिक प्रभाव पड़ेगा. इस प्रोजेक्ट ने पिछले कुछ वर्षों में यहां रियल एस्टेट की कीमतों में लगभग 25 से 40 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी की है; जिसमें अधिकतम मांग निवेशकों की ओर से देखी जा रही है. सड़क और रेल कनेक्टिविटी, मेट्रो लाइन, बस रैपिड ट्रांसपोर्ट सिस्टम के रूप में इन्फ्रास्ट्रक्चरल योजनाएं, पूरे क्षेत्र को इस प्रोजेक्ट से मिलने वाले अन्य फायदे हैं.